मानिला देवी मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के अल्मोड़ा ज़िले के शल्ट क्षेत्र में स्थित है। यह स्थान रामनगर से लगभग ७० किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक बस या निजी वाहन द्वारा पहुँचा जा सकता है। यह इस क्षेत्र का यह एक प्रसिद्द माँ भगवतीका मन्दिर है और हर वर्ष यहाँ दूर-दूर से लोग देवी के दर्शनों के लिए आते हैं। यह मन्दिर कत्यूरी लोगो की पारिवारिक देवी मानिला का मंदिर है। यह स्थान बहुत ही खूबसूरत और मनमोहक है जो यहां सच्चे मन से मां भगवती के दर्शन करने आते हैं उनकी मनोकामनाएं निश्चय ही पूर्ण होती हैं।
मन्दिर दो भागों में बँटा हुआ है जिसे स्थानीय भाषा में मल मानिला (ऊपरी मानिला) और तल मानिला (निचला मानिला) कहते है। प्राचीन मन्दिर तो तल मनीला में ही स्थित है लेकिन मल मानिला मन्दिर के पीछे की कहानी जो स्थानीय लोगो के बीच बहुत प्रचलित है वो ये हैं कि “एक बार कुछ चोर मानिला देवी की मूर्ति को चुराना चाहते थे। लेकिन जब वो मूर्ति उठा रहे थे तो उठा न सके और तब वे मूर्ति का एक हाथ ही उखाड़ कर ले गए, लेकिन उस हाथ को भी वे अधिक दूर ना लेजा सके।” और तबसे वही पर माता का एक और मन्दिर स्थापित कर दिया गया जिसे आज मल मानिला के नाम से लोग जानते है।