आज गुरुवार २७ अप्रैल २०२३ को प्रातः ७.१० बजे पुष्य नक्षत्र में पूरे विधि-विधान से बद्रीनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए| इसी के साथ उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की भी शुरुआत हो गई है| वैदिक मंत्रोचार के साथ बद्रीनाथ में पहले पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना हुई, जिसके बाद कपाट खोले गए| कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था| वे जयकारो पर झूमने लगे|
बीते वर्षो की भांति इस वर्ष भी पहली पूजा और आरती देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नाम से हुई| आइटीबीपी के बैंड के अलावा गढ़वाल स्काउट्स की प्रस्तुति भी कपाट खुलने के अवसर पर हुई| कपाट खुलने से पहले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद मंदिर पहुंच गए थे|आपको बता दें बद्रीनाथ धाम को 15 टन से अधिक फूलों से सजाया गया|आपको बता दें 12महीने भगवान विष्णु यहां विराजमान होते हैं| मान्यता है कि 6 महीने भगवान विष्णु यहां विश्राम करते हैं और 6 महीने भक्तों को दर्शन देते हैं| वहीं दूसरी मान्यता यह भी है कि 6 महीने मनुष्य विष्णु की पूजा करते हैं, जबकि शेष छह महीने देवता भगवान विष्णु की पूजा करते हैं| जिसके मुख्य पुजारी स्वयं देवर्षि नारद माने जाते हैं|
बर्फबारी के बीच खुले भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट, जयकारों से गूंजा आकाश